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Stock Broker के Charges क्या होते है?

जब भी कोई नया निवेशक या ट्रेडर शेयर मार्केट में आता है, तो सबसे पहला सवाल यही होता है –
“ब्रोकर कितना चार्ज करता है?”

अक्सर लोग “₹0 ब्रोकरेज” या “फ्री अकाउंट” जैसे ऑफर्स देखकर ही ब्रोकर चुन लेते हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि स्टॉक मार्केट में चार्जेस सिर्फ ब्रोकरेज तक सीमित नहीं होते।

📊 “कम चार्ज वाले ब्रोकर” खोजने वालों के लिए ज़रूरी बात!

बहुत लोग सोचते हैं कि अगर ब्रोकर की ब्रोकरेज ₹0 हो गई तो ट्रेडिंग के खर्चे बहुत कम हो जाएंगे…लेकिन सच्चाई ये है कि कुल चार्ज में ब्रोकरेज बहुत छोटा हिस्सा होता है

🔍 असली बोझ तो इनका होता है:
▪️ STT (सिक्योरिटी ट्रांजैक्शन टैक्स)
▪️ GST
▪️ Exchange Transaction Charges
▪️ SEBI Fees, Stamp Duty, IPFT वगैरह

📌 जैसे मेरी ट्रेडिंग का actual चार्ज (21–27 जून 2025):

🔹 कुल चार्ज: ₹1,012.86
🔹 ब्रोकरेज: ₹200 (सिर्फ 20%)
🔹 सरकारी और एक्सचेंज चार्ज: ₹812.86

इसमें शामिल थे:
🟥 STT – ₹548
🟨 GST – ₹61
🟦 Exchange Charges – ₹130
➕ SEBI Fees, Stamp Duty, IPFT आदि

💡 मतलब साफ है:
👉 अगर ब्रोकर फ्री भी हो जाए, फिर भी 70-80% खर्चा तो रहेगा ही!

📈 ब्रोकर चुनते समय सिर्फ चार्ज नहीं, बल्कि:
⚙️ उसका प्लेटफॉर्म कैसा है,
⚡ स्पीड कैसी है,
🧰 टूल्स और सपोर्ट कैसा है – ये देखना ज़रूरी है।

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इस ब्लॉग में हम Angel One के उदाहरण से विस्तार से समझेंगे कि एक स्टॉक ब्रोकर के कौन-कौन से चार्ज होते हैं, और उनका असली असर आपके ट्रेड पर क्या होता है।

1️⃣ ब्रोकरेज चार्जेस (Brokerage Charges)

Angel One में ब्रोकरेज काफी कम है:

🔹 Delivery ट्रेडिंग: ₹0 (पूरी तरह फ्री)
🔹 Intraday ट्रेडिंग: ₹20 प्रति ऑर्डर या 0.25% (जो भी कम हो)
🔹 F&O (Futures & Options): ₹20 प्रति ऑर्डर

👉 यानी अगर आप delivery ट्रेड करते हैं, तो ब्रोकरेज बिल्कुल नहीं लगेगा। लेकिन इंट्राडे या ऑप्शन में ₹20 तक लग सकते हैं।

2️⃣ एक्सचेंज ट्रांजैक्शन चार्ज (Exchange Transaction Charges)

यह शुल्क NSE या BSE द्वारा लिया जाता है, ब्रोकर सिर्फ इसे पास-थ्रू करता है।

📌 अनुमानित दरें (प्रति ₹1 करोड़ टर्नओवर पर):

– इक्विटी इंट्राडे: ₹325
– फ्यूचर्स: ₹210
– ऑप्शन्स: ₹5500 (Premium पर आधारित)

3️⃣ SEBI शुल्क (SEBI Charges)

👉 सिर्फ ₹10 प्रति ₹1 करोड़ टर्नओवर
– ये चार्ज बहुत छोटा होता है लेकिन हर ट्रेड पर लगता है।

4️⃣ स्टाम्प ड्यूटी (Stamp Duty)

यह राज्य सरकार द्वारा तय किया जाता है और अलग-अलग राज्यों में अलग रेट होता है।

📍 उदाहरण: Equity Delivery पर ~₹15 प्रति लाख (राज्य अनुसार)

5️⃣ GST (वस्तु एवं सेवा कर)

🧾 18% GST सिर्फ ब्रोकरेज और एक्सचेंज चार्जेस पर लागू होता है, न कि पूरे ट्रेड अमाउंट पर।

6️⃣ STT (Security Transaction Tax)

यह सबसे बड़ा सरकारी टैक्स होता है, जो हर ट्रेड पर लगता है:

– 📌 Delivery पर: 0.1% (Buy & Sell दोनों पर)
– 📌 Intraday पर: केवल Sell पर 0.025%
– 📌 Futures पर: 0.01%
– 📌 Options पर: Premium का 0.05%

7️⃣ IPFT (Investor Protection Fund)

🛡️ यह एक छोटा सा चार्ज होता है जो निवेशकों की सुरक्षा के लिए SEBI द्वारा लिया जाता है।
➡️ आमतौर पर ₹10–₹20 प्रति करोड़ टर्नओवर पर लगता है।

📌 निष्कर्ष:

👉 जब भी आप ब्रोकर चुनें, सिर्फ ₹0 ब्रोकरेज देखकर निर्णय ना लें।
📉 असल खर्चों में STT, GST, एक्सचेंज चार्जेस और अन्य टैक्सेस का बड़ा रोल होता है।

📊 एक स्मार्ट निवेशक वह होता है जो ब्रोकर के प्लेटफॉर्म, एक्सिक्यूशन स्पीड, कस्टमर सपोर्ट और टूल्स को प्राथमिकता देता है – ना कि सिर्फ सस्ता ब्रोकरेज देखकर।

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